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क्या हफ्ते भर का पैसा नहीं स्पीक एशिया के पास?

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Category: अगस्त 2011

सिंगापुर के यूनाइटेड ओवरसीज बैंक (यूओबी) ने इसके दो खाते पिछले महीने बंद कर दिये थे। कंपनी ने मीडिया को अपने ताजा बयान में भरोसा दिलाने वाले अंदाज में कहा है कि उसके पास 1.6 करोड़ डॉलर (करीब 71 करोड़ रुपये) से अधिक की राशि उपलब्ध है और नया खाता खुलते ही उसमें से सदस्यों को पैसा मिलना शुरू हो जायेगा।

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किस्से कम नहीं

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Category: अगस्त 2011

रामसर्वे डॉट कॉम

मिर्जापुर की यह कंपनी राम नरेश सर्वे इंटरनेशनल प्रा.लि. हाल में सिंतबर 2010 में ही बनी। इसका 11 महीने का सदस्य बनने वालों को 3,500 रुपये देने होते थे। हर हफ्ते यह कंपनी दो सर्वेक्षण फॉर्म भेजती थी, और हर फॉर्म के लिए 250 रुपये देने का वादा था। यानी केवल डेढ़ महीने में आपके पैसे वापस और उसके बाद मुफ्त की कमाई चालू। इस कंपनी से जुडऩे वाले एक-दो सदस्यों ने बताया कि इसमें कम-से-कम दो नये सदस्य बनवाने के बाद ही अपने पैसे मिलने शुरू होते थे, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकी। कंपनी की वेबसाइट पर इस बारे में बेहद कम जानकारी मिली। पिछले एक-महीनों से अलग-अलग शहरों से इसके बारे में लोगों की शिकायतों पर पुलिस की कार्रवाई की खबरें आती रही हैं।

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लाखों की नौकरी मिलेगी, बस जरा पत्तियाँ...

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Category: अगस्त 2011

जाल-बट्टा

आपको भी क्या ऐसा ही कोई ईमेल मिला है - शानदार नौकरी के लिए प्रस्ताव मारुति सुजुकी या ऐसी ही किसी दिग्गज कंपनी की तरफ से? बिना कोई आवेदन किये, एकदम अचानक? आप सोचने लगे हों कि अरे, शायद सोयी किस्मत जाग गयी!

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सीधी बिक्री में मिला सफलता का नया मंत्र

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Category: अगस्त 2011

नेटऐंबिट का कारोबार कितना फैला है और कितना बड़ा हो पाया है?

—नेटऐंबिट वित्तीय सेवाओं (फाइनेंशियल सर्विसेज) का वितरण करती है। इसे वित्तीय सेवाओं का सुपर मार्केट कह सकते हैं। हम हर तरह के वित्तीय उत्पाद बेचते हैं, जैसे बीमा (इंश्योरेंस), कर्ज, क्रेडिट कार्ड, कॉर्पोरेट एफडी वगैरह, जिनकी एक आम आदमी को जरूरत होती है। कर्ज में हम घर कर्ज (हाउसिंग लोन), निजी कर्ज (पर्सनल लोन) दोनों दिलाते हैं। बीमा में वाहन बीमा (ऑटो इंश्योरेंस), स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस) वगैरह सब कुछ बेचते हैं। लगभग सभी ब्रांड के साथ हमारी साझेदारी है। करीब 150 शहरों में हमारी सेवाएँ हैं। हम 4,000 से कुछ ज्यादा लोगों की कंपनी हैं। हमारी आमदनी पिछले साल 100 करोड़ रुपये के आसपास रही। इस साल हम 150-160 करोड़ रुपये की आमदनी हासिल करेंगे।

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एसएमई पंजीकरण के हैं फायदे ही फायदे

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Category: अगस्त 2011

सुशांत

छोटे और मँझोले उद्योग भारतीय उद्योग की रीढ़ माने जाते हैं। देश के कुल निर्यात में 40% योगदान इसी क्षेत्र का है। एक अनुमान के मुताबिक छोटे और मँझोले उद्योग 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार देते हैं। लेकिन इस क्षेत्र में ज्यादातर उद्योग असंगठित हैं और इससे इन्हें कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है।

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बाजार टूटे तो क्या एसआईपी तोड़ दें?

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Category: अगस्त 2011

शिवानी भास्कर

शेयर बाज़ार में निवेश के संबंध में दो एकदम विरोधाभासी बातें प्रचलित हैं। पहली बात यह कि यहाँ सही समय में अपने निवेश का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण है। दूसरी बात यह कि शेयर बाजार में बिल्कुल सही समय कभी नहीं पकड़ा जा सकता, यानी शेयर बाजार को तेजी और मंदी के हर चक्र के बिल्कुल निचले हिस्से में पकडऩा और ऊपरी हिस्से में छोडऩा नामुमकिन है। चाहे दुनिया के सबसे सफल निवेशक वारेन बफेट हों या भारत के सबसे मशहूर निवेशक राकेश झुनझुनवाला, सबने अनगिनत बार यही बात कही है।

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जोखिम उठा सकते हैं तो चाँदी में निवेश बेहतर

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Category: अगस्त 2011

जयंत मांगलिक, प्रेसिडेंट, रेलिगेयर कमोडिटीज

हाल में चाँदी के भावों में काफी उतार-चढ़ाव रहा है, लेकिन मेरे विचार से अब इसका उतार-चढ़ाव खत्म होने वाला है। इसलिए वर्तमान कीमतों पर चाँदी में खरीदारी करना अच्छा रहेगा। अगर कोई एक साल का नजरिया रखे तो दूसरी कमोडिटी की अपेक्षा यह एक अच्छा निवेश होगा। अगर अभी सोना और चाँदी के बीच तुलना करें तो सोना भी निवेश के लिए अच्छा लग रहा है। लेकिन सोने के भावों में उतार-चढ़ाव कम है। इसलिए एक निवेशक शायद चाँदी की अपेक्षा सोने में निवेश को प्राथमिकता दे सकता है, क्योंकि उसमें अस्थिरता कम है।

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सोने के गहनों पर भारी है गोल्ड ईटीएफ

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Category: अगस्त 2011

सोने पर कर्ज देने वाली एक कंपनी आपको बताती है कि जब घर में पड़ा हो सोना, तो फिर काहे का रोना। लेकिन सोने के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी गोल्ड ईटीएफ के चलते आप कह सकते हैं कि जब घर में ना हो सोना, तब चैन की नींद तुम सोना! आप सोने में निवेश करें, उसे खरीदें, लेकिन घर लाने की क्या जरूरत है? घर में पड़ा सोना तो चोरों को न्यौता देता है। इसलिए आप सोने को घर में रखे बिना भी सोने में निवेश का फायदा ले सकते हैं गोल्ड ईटीएफ से।

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बढ़ता ब्याज, महँगे होते सपने

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Category: अगस्त 2011

शिवानी भास्कर

ईएमआई बढऩे से घर-घर की अर्थव्यवस्था चरमरा रही है। पर ब्याज दरों का बढऩा जारी है...
राकेश मेहता आजकल अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। केवल साल भर पहले जब उन्होंने राजधानी दिल्ली की सीमा से 10 किलोमीटर दूर अपना एक आशियाना बुक कराया, तो खुशी से उन्हें ऐसा लगा कि अब कोई और ख्वाब पूरा करना बाकी न बचा हो। केवल 3 साल का इंतजार और फिर अपनी छत का सुख। 

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धीमी पड़ी, पर बुरी नहीं यह विकास दर

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Category: अगस्त 2011

धर्मकीर्ति जोशी, निदेशक और मुख्य अर्थशास्त्री, क्रिसिल

भारतीय अर्थव्यवस्था धीमी पड़ रही है, इस बात में कोई दो राय नहीं है। हमारा मानना है कि 2011-12 में भारतीय अर्थव्यवस्था के बढऩे की रफ्तार कुछ और कम हो जायेगी। क्रिसिल ने साल 2011-12 में 7.7%-8% विकास दर (जीडीपी वृद्धि) का अनुमान लगाया है।

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बस दाम बढ़ा देने से नहीं बनेगी बात

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Category: अगस्त 2011

नरेंद्र तनेजा, ऊर्जा विशेषज्ञ

डीजल की कीमत बढ़ाने के बारे में फैसला करने में सरकार को थोड़ा समय लगने का कारण यही है कि डीजल राजनीतिक रूप से ज्यादा संवेदनशील है। लेकिन मुझे लगता है कि सरकार बस थोड़ा समय ले रही है और डीजल के दाम बढ़ाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। सरकार किसी भी समय ज्यादा तो नहीं, लेकिन 2.50 रुपये प्रति लीटर के करीब बढ़ा सकती है।

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बैंक और टेलीकॉम में मिल रही हैं ज्यादा नौकरियाँ

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Category: अगस्त 2011

रोजगार

अगर आप इस समय नयी नौकरी की तलाश में हैं तो यह आपके लिए अच्छा समय है। मई 2010 की तुलना में मई 2011 के दौरान कंपनियों ने काफी ज्यादा नौकरियाँ दी हैं। नौकरी डॉट कॉम ने नौकरियों का घटना-बढऩा मापने के लिए एक जॉब स्पीक सूचकांक बना रखा है, जो इस दौरान 19% ऊपर आ गया है।

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  1. चढ़ रही हैं कीमतें
  2. हमने यह बीड़ा उठाया है
  3. धीमी हो गयी विकास की गाड़ी
  4. पर हम होंगे तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था

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ई-पत्रिका 23

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7 Empire

अर्थव्यवस्था

  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) : भविष्य के अनुमान
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीती तिमाहियों में
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीते वर्षों में

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