डी आलोक :
पिछले दिनों शुरू हुआ एमसीएक्स-एसएक्स स्टॉक एक्सचेंज अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद कारोबारियों-निवेशकों को आकर्षित करने में नाकामयाब दिख रहा है।
गौरतलब है कि देश के सबसे नये स्टॉक एक्सचेंज एमसीएक्स-एसएक्स में इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव श्रेणियों में 11 फरवरी से कामकाज शुरू हो गया। इसके साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के बाद एमसीएक्स- एसएक्स देश का तीसरा राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज बन गया है। इसने एसएक्स40 के नाम से अपना प्रमुख सूचकांक बनाया है जिसमें 40 दिग्गज और अधिक तरलता वाले शेयर रखे गये हैं।
बाजार के जानकार यह तो मान रहे हैं कि तीसरा राष्ट्रीय एक्सचेंज शुरू होने से नवोन्मेष को बढ़ावा मिलेगा और बाजारों की क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी। लेकिन अब तक की स्थिति देखें तो यह एक्सचेंज कुछ खास कारोबारी मात्रा आकर्षित नहीं कर पाया है। अपने कामकाज के पहले दिन इस स्टॉक एक्सचेंज का कुल कारोबार (टर्नओवर) महज 12.53 करोड़ रुपये का रहा। यदि हम पहले सात कारोबारी दिनों की बात करें तो इक्विटी श्रेणी में रोजाना औसतन केवल 33 लाख रुपये का कुल कारोबार हुआ। इसकी तुलना यदि हम एनएसई से करें तो इसमें इक्विटी श्रेणी में रोजाना औसतन 11,000-12,000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। बीएसई में यह आँकड़ा तकरीबन 2200 करोड़ रुपये के आसपास बैठता है।
एमसीएक्स-एसएक्स स्टॉक एक्सचेंज में शुरुआती सात दिनों में इक्विटी डेरिवेटिव (एफएंडओ) श्रेणी में रोजाना औसतन 12.5 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। वहीं दूसरी ओर यदि हम एनएसई के पिछले एक महीने के आँकड़ों पर नजर डालें तो में यहाँ रोजाना इस श्रेणी में औसतन 1.22 लाख करोड़ रुपये का कामकाज हुआ। ऐसी स्थिति को देखते हुए इस नये एक्सचेंज ने कारोबारी मात्रा आकर्षित करने के लिए कुछ योजनाओं की घोषणा की है।
छह मार्च से इसने ब्रोकरों और इंटरमीडियरीज के लिए इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव श्रेणियों में लिक्विडिटी एन्हेंसमेंट स्कीम (एलईएस) शुरू की है। इस योजना के तहत ब्रोकरों को एक निश्चित अवधि के दौरान उन प्रतिभूतियों में कारोबार आकर्षित करने पर प्रोत्साहन दिया जायेगा, जिनमें कारोबारी गतिविधियाँ काफी कम हैं। एमसीएक्स- एसएक्स इस योजना के तहत प्रतिदिन 200 करोड़ रुपये तक का कारोबार आकर्षित करने पर 500 रुपये प्रति करोड़ की प्रोत्साहन राशि और 200 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार आकर्षित करने पर 750 रुपये प्रति करोड़ की प्रोत्साहन राशि देगा।
इस एक्सचेंज ने हाल में अपने एक बयान में कहा है कि किसी महीने के दौरान 20 प्रतिभूतियों में अपने उत्तरदायित्व को 90% तक पूरा करने वाले मार्केट मेकर को हर महीने 21 लाख रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जायेगा।
वहीं 40 प्रतिभूतियों में मार्केट मेकिंग करने वाले को हर महीने 50 लाख रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलेगा। चूँकि कुल मिला कर आम निवेशकों की बाजार में सहभागिता कम ही रहती है, ऐसे में समय-समय पर इन्हें आकर्षित करने के लिए योजनाएँ घोषित की जाती रही हैं।
एमसीएक्स-एसएक्स स्टॉक एक्सचेंज ने ब्रोकरों को आकर्षित करने के अलावा निवेशकों को सीधे तौर पर आकर्षित करने के लिए भी योजना घोषित की है। नकद (कैश) श्रेणी और स्टॉक फ्यूचर में सौदे करने वालों को इस योजना के तहत प्रतिदिन 100 रुपये का प्रोत्साहन देने की बात कही गयी है। लेकिन इस योजना का लाभ उठाने के लिए यह जरूरी होगा कि वह निवेशक एक महीने के दौरान नकद श्रेणी में कम-से-कम 11 लाख रुपये और स्टॉक फ्यूचर में कम-से-कम एक करोड़ रुपये का कारोबार करे। इसके अलावा इस योजना के तहत प्रोत्साहन पाने के लिए महीने में हर दिन इन श्रेणियों में कम-से-कम एक सौदा करना भी जरूरी होगा।
एमसीएक्स-एसएक्स का कहना है कि सदस्यता के अनुमोदन में देरी, केवाईसी संबंधी दिक्कतों और कंप्यूटर नेटवर्क की समस्याओं के चलते अभी कारोबारी मात्रा कम है। प्रबंधन का मानना है कि इन समस्याओं के खत्म होने पर निश्चित तौर से इसकी कारोबारी मात्रा बढ़ेगी। पर इतना तो कह सकते हैं कि एमसीएक्स-एसएक्स इक्विटी श्रेणी में उस धमक के साथ नहीं उतर सका, जैसा इसने मुद्रा बाजार में किया था।
(निवेश मंथन, मार्च 2013)