थोक एवं खुदरा महँगाई से राहत
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- Category: दिसंबर 2016
महँगाई के मोर्चे पर राहत की खबर है। अक्टूबर 2016 में थोक महँगाई दर यानी डब्ल्यूपीआई घट कर चार महीने के निचले स्तर 3.39% पर आ गयी है। सितंबर में भी थोक महँगाई दर घट कर 3.57% रही थी। वहीं अगस्त की थोक महँगाई दर 3.74% से संशोधित हो कर 3.85% कर दी गयी है। खुदरा महँगाई दर अक्टूबर में 4.3% से घट कर 4.2% रही है जो 14 महीनों का सबसे निचला स्तर है। सबसे ज्यादा राहत दालों की महँगाई से मिली है, जो सितंबर के 14% से गिर कर अक्टूबर में 4% के करीब आ गयी है।
मारुति ने पेश की नयी वैगन आर
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- Category: दिसंबर 2016
मारुति सुजुकी ने अपनी लोकप्रिय हैचबैक कार वैगन आर का सीमित संस्करण %वैगन-आर फेलिसिटी’ पेश किया है। यह एलएक्सआई और वीएक्सआई वर्जन में तैयार किया गया है। वैगनआर एलएक्सआई की कीमत 4.40 लाख रुपये और वीएक्सआई मॉडल की कीमत 5.37 लाख रुपये रखी है।
मोदी सरकार नौ दिन चली ढाई कोस
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- Category: नवंबर 2016
राजेश रपरिया, सलाहकार संपादक :
विश्व बैंक की जारी हाल की कारोबारी सुगमता सूचकांक रिपोर्ट में भारत महज एक अंक ही ऊपर खिसक पाया है। अब भारत 190 देशों की 2015-16 की सूची में 130वें पायदान पर खड़ा है। सही मायनों में भारत एक अंक भी नहीं खिसक पाया है, क्योंकि इससे एक साल पहले की सूची में भारत 130वें पायदान पर ही खड़ा था।
महँगाई का डर दूर करेंगी ये जीएसटी दरें
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- Category: नवंबर 2016
जीएसटी के लिए दरों का ऐलान हो गया है। इससे आम आदमी की जेब पर तो कोई खास असर पड़ता नहीं दिख रहा है, लेकिन ऐशोआराम वाली और नुकसानदेह चीजों के लिए जेब जरा और ढीली करनी पड़ सकती है।
कॉर्पोरेट संग्राम
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- Category: नवंबर 2016
करीब 100 से अधिक कंपनियों और 100 अरब डॉलर से अधिक राजस्व वाले देश के सबसे बड़े और विविधीकृत कारोबारी समूह टाटा संस में विरासत और अधिकारों को लेकर जंग छिड़ गई है। आखिर क्यों बने ऐसे हालात और कैसे बनेगी बिगड़ी बात?
बॉम्बे हाउस परकब्जे की लड़ाई
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- Category: नवंबर 2016
संजय तिवारी
यह सात लाख करोड़ का कारोबार करने वाली कंपनी का मुख्यालय है - बॉम्बे हाउस। साल 1923 में इसे टाटा समूह का मुख्यालय बनाया गया और तब से आज तक यही टाटा समूह का मुख्यालय है। दक्षिण मुंबई में ब्रिटिश शैली में बने सैकड़ों भवनों के बीच एक सीधा-सादा चार मंजिला भवन, जिसके सामने से आप गुजर जायें और आपको भनक भी न लगे कि देश के सबसे बड़े कारोबारी घराने के मुख्यालय से आप गुजर रहे हैं।
रिलायंस जियो : ग्राहक आने शुरू, पर कमाई का इंतजार
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- Category: नवंबर 2016
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने टेलीकॉम बाजार में आते ही धमाका किया। इसने अपने व्यावसायिक कामकाज की शुरुआत के पहले ही महीने - सितंबर 2016 में 1.6 करोड़ ग्राहक जुटा कर एक विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा किया।
पुराने ऑपरेटर नहीं दे रहे सहयोग
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- Category: नवंबर 2016
महेश उप्पल, निदेशक, कॉमफस्र्ट
कम-से-कम सितंबर माह में नये ग्राहकों के आँकड़ों से ऐसा नहीं लगता कि पुरानी कंपनियों पर रिलायंस जियो के आगमन ने बहुत नकारात्मक प्रभाव डाला है।
जियो ने ही अटकाया रिलायंस का भाव
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- Category: नवंबर 2016
संदीप सभरवाल, आस्कसंदीपसभरवाल डॉटकॉम :
भारती एयरटेल और आइडिया के शेयर रखे रहने की सलाह
अभी बड़ा बदलाव नहीं दिखा रहे आँकड़े
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- Category: नवंबर 2016
जिगर शाह, रिसर्च प्रमुख, किम एंग सिक्योरिटीज :
भारती एयरटेल और आइडिया के शेयर रखे रहने की सलाह
रिलायंस की बाजार पूँजी बढ़ सकती है 2,00,000 करोड़
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- Category: नवंबर 2016
रिलायंस का शेयर बहुत लंबे समय से एक दायरे में अटका हुआ है और निवेशकों को लाभ नहीं मिला है। उनके मन में सवाल है कि रिलायंस कब अपने मौजूदा दायरे से ऊपर निकलेगा। जियो में किये गये भारी निवेश का फायदा रिलायंस को कब से मिलना शुरू होगा? ऐसे तमाम सवालों पर केआर चोकसी सिक्योरिटीज के एमडी देवेन चोकसी की राय।
डेब्ट फंड : सेवानिवृत्ति के बाद का सहारा
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- Category: नवंबर 2016
सेवानिवृत्ति के बाद नियमित रूप से किसी आमदनी का स्रोत सुनिश्चित करने की चिंता होना बेहद स्वाभाविक है। परंपरागत रूप से लोग इसके लिए बैंकों में मियादी जमा (एफडी) की राह चुनते आये हैं, जिसे तय अवधि में निश्चित प्रतिफल देने वाला एक सुरक्षित माध्यम माना जाता है। लेकिन मुद्रास्फीति, कर अदायगी और ब्याज दरों में गिरावट जैसे मानदंडों के लिहाज से देखें तो एफडी का विकल्प माकूल नहीं बैठता। अगर ऐसा विकल्प मिल जाये, जिसमें न केवल निवेश सुनिश्चित रहे बल्कि नियमित रूप से कुछ आमदनी का भी इंतजाम हो जाये और कर बचत भी हो जाये तो वाकई बात बन जाये। इस लिहाज से डेब्ट म्यूचुअल फंड आपके लिए सबसे मुफीद विकल्प हो सकता है।
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