राजीव रंजन झा :
निवेश मंथन के पिछले अंक के लिए जब मैं राग बाजारी लिख रहा था, तब बाजार में चिंताएँ थीं और जानकार काफी नीचे के स्तरों तक गिरावट के अंदेशे जता रहे थे। मेरा भी ध्यान निफ्टी के चार्ट पर नवंबर 2010 के शिखर 6339 से लेकर साल 2011 के तमाम शिखरों को छूती उस रुझान रेखा पर था, जिस पर निफ्टी करीब सवा साल तक अटकता रहा था। इस साल जनवरी के अंत में ही तो वह रुझान रेखा पार हो पायी थी, जिसके बाद फरवरी में निफ्टी 5630 तक गया था।
मई के दूसरे हफ्ते में यह रेखा फिर से कटने का अंदेशा बन गया था और लग रहा था कि अगर यह रेखा का पक्के तौर पर कटी तो यह बाजार के लिए खतरनाक होगा। मैंने पिछले अंक में लिखा था कि इससे कहीं ज्यादा गहरी गिरावट की संभावना खुल जायेगी।
लेकिन बाजार में फैली गहरी निराशा के बीच मेरी नजर एक आधी-अधूरी बनी पट्टी पर थी। आधी-अधूरी इसलिए कि कोई पट्टी बनने के लिए आपको ऊपरी रुझान रेखा के दो बिंदु और निचली रुझान रेखा के दो बिंदु तो चाहिए ना। लेकिन जिस पट्टी की संभावना मुझे दिख रही थी, उसने ऊपर मुश्किल से दो-तीन बिंदु बनाये थे और नीचे की रुझान रेखा के लिए कोई बनाना अटकलबाजी और दुस्साहस का ही काम लग रहा था। कारण यह था कि नीचे की ओर तलहटी के लिए केवल एक ही बिंदु दिख रहा था। अब यह तो सबको मालूम है कि रेखा खींचने के लिए कम से कम दो बिंदु तो चाहिए ही।
लेकिन एक कयास के तौर पर ही मैंने लिखा था कि नवंबर 2010 से लेकर 2011 के शिखरों को छूती रुझान रेखा के पास अगर निफ्टी को फिर से सहारा मिल गया तो एक नयी चढ़ती पट्टी का ढाँचा बन जायेगा। तब मैंने लिखा था, %इस पट्टी की ऊपरी रेखा 5400 और 5630 के शिखरों को छूती है, जबकि निचली रेखा पर 4531 की तलहटी है। अगर निफ्टी इस पट्टी के मुताबिक चला तो दिसंबर 2011 की तलहटी 4531 से फरवरी 2012 के शिखर 5630 जैसी, यानी करीब 1100 अंकों की एक और उछाल दिख सकती है। लेकिन इस संभावना के सच होने के लिए सबसे पहली बड़ी शर्त यह होगी कि निफ्टी अगले कुछ दिनों में इस पट्टी की निचली रेखा को न तोड़े।Ó
क्या निफ्टी ने इस शर्त को पूरा किया? आपके सामने निफ्टी के चार्ट की दोनों तस्वीरें रखी हैं, खुद ही फैसला करें! मई के मध्य और जून की शुरुआत में निफ्टी इस पट्टी की निचली रेखा के नीचे गया जरूर, लेकिन वह छकाने जैसा था। इसने निचली रेखा को पक्के तौर पर नहीं काटा। दरअसल बाजार अगली दिशा तय करने से पहले छकाता है ताकि उसकी अगली चाल लोगों को समझ में न आये। साथ ही चार्ट में नवंबर 2010 से लेकर 2011 तक बाधा बनी रही रुझान रेखा पर भी गौर करें, जो लाल रंग से बनी है। निफ्टी ने इस रेखा को मई और जून में कई बार थोड़ा-थोड़ा काटा, लेकिन निर्णायक रूप से नहीं। आज यह कहा जा सकता है कि इस रेखा ने निफ्टी को जरूर सहारा दिया।
अगली शर्त देखते हैं। मैंने लिखा था कि 'यह संभावना (1100 अंक की उछाल की) तब ज्यादा पक्की होगी, जब अगले कुछ दिनों में निफ्टी वापस 200 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) के ऊपर लौट आये। अभी 200 एसएमए 5110 पर है। अभी 10 दिनों का एसएमए भी इसके पास ही 5094 पर है। लिहाजा मोटे तौर पर 5100 के ऊपर टिकना बाजार को सँभाल सकता है।' निफ्टी 200 एसएमए के ऊपर लौटा और 5100 के ऊपर टिका भी। बेशक 5100 के आसपास यह कुछ समय तक चकरघिन्नी बना रहा और 200 एसएमए को भी इसने एक झटके में पार नहीं किया, बल्कि कुछ समय तक इसके ऊपर-नीचे होता रहा। लेकिन जब 5100 के स्टेशन से निफ्टी की गाड़ी छूटी तो सरपट 5300 की ओर भाग निकली। ऐसा करते समय निफ्टी लगभग उसी रेखा के साथ-साथ चलता नजर आया, जिसे मैंने जनवरी-फरवरी की उछाल की नकल के रूप में चार्ट पर खींचा था। है ना मजेदार संयोग!
और हाँ, मैंने यह भी जिक्र किया था कि ‘4531 से 5630 तक की उछाल की 61.8% वापसी के स्तर 4951 से नीचे फिसलने के बाद 80% वापसी का स्तर 4751 पर आता है। निफ्टी के लिए 4786 काफी अरसे तक एक महत्वपूर्ण बिंदु बना रहा था। लिहाजा अगर निफ्टी और फिसला तो 4750 के आसपास गिरावट रुकने की अच्छी संभावना होगी।‘ अब आपको याद दिला दूँ कि 04 जून 2012 को निफ्टी की तलहटी 4770 पर बनी। अच्छा, बहुत हो गया अपनी पीठ थपथपाने का सिलसिला! अब जरा आगे की सोचते हैं। बाजार क्या करेगा आगे?
निफ्टी ने जो बड़ी चढ़ती पट्टी बनायी है, उसकी निचली रेखा से ऊपरी रेखा तक जाने की उम्मीद अभी कायम है। इस संभावना के लिए दो अहम शर्तें अब भी कायम हैं। लेकिन अब इन दोनों शर्तों को जरा उल्टा कर देते हैं। अब पहली शर्त यह होगी कि निफ्टी 200 एसएमए के ऊपर बना रहे, जो 5100 के आसपास ही है। अगर कहीं यह इसके नीचे चला गया तो दूसरी शर्त यह होगी कि इस पट्टी की निचली रेखा न कटे। ऐसा होने पर यह पट्टी बेकार हो जायेगी, और उसके साथ ही पट्टी की निचली रेखा से चल कर ऊपरी रेखा को छूने की उम्मीद भी बेमानी हो जायेगी।
मैंने 4531 से 5630 तक की उछाल की जिस संरचना का जिक्र पिछले अंक में किया था, वह अब भी महत्वपूर्ण है। इसमें 38.2% वापसी 5210 पर, 50% वापसी 5080 पर और 61.8% वापसी 4951 पर है। अगर बाजार पर दबाव बना तो ये तीनों ही महत्वपूर्ण समर्थन स्तर होंगे। लेकिन ऊपर जिस 1100 अंक की उछाल की चर्चा है, उसके लिए जरूरी यह है कि निफ्टी इस संरचना के 23.6% वापसी के स्तर 5370 को पार करे, जो फिलहाल पहली बड़ी बाधा है।
(निवेश मंथन, अगस्त 2012)