Nivesh Manthan
Menu
  • Home
  • About Us
  • ई-पत्रिका
  • Blog
  • Home/
  • 2014/
  • सितंबर 2014/
  • कार्रवाई में देरी से फँसे करोड़ों निवेशक
Follow @niveshmanthan

पहली तिमाही में मजबूत नतीजों से जगी बेहतर भविष्य की उम्मीदें

Details
Category: सितंबर 2014

कारोबारी साल 2014-15 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2014 के नतीजों ने यह साल पहले से बेहतर होने का भरोसा बढ़ाया है।

मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज (एमओएसएल) ने इन नतीजों का विश्लेषण करते हुए अपनी रिपोर्ट में इसे मजबूत वृद्धि वाली तिमाही बताया है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने भी कहा है कि पिछले कारोबारी साल की सुस्त चौथी तिमाही के बाद इस तिमाही में सेंसेक्स कंपनियों की आय वृद्धि ने रफ्तार पकड़ी है। हालाँकि कोटक सिक्योरिटीज का कहना है कि यह तिमाही अच्छी रही है, पर शानदार नहीं।
इन तिमाही नतीजों पर जारी रिपोर्ट में एमओएसएल ने बताया है कि 2014-15 की पहली तिमाही में सेंसेक्स कंपनियों की सकल बिक्री 15% बढ़ी है, जबकि अनुमान 14% वृद्धि का था। इससे पहले 2013-14 की चौथी तिमाही में इसमें 12% की वृद्धि हुई थी।
इनकी एबिटा आय में इस बार 18% वृद्धि दर्ज की गयी है, जबकि पिछली तिमाही में 12% की हल्की बढ़त हुई थी। वहीं इनका मुनाफा 19% बढ़ा है, जबकि अनुमान 20% बढ़त का था। पिछली तिमाही में सेंसेक्स कंपनियों का मुनाफा 11% बढ़ा था। इस तिमाही में सेंसेक्स की नौ कंपनियों ने अनुमानों से बेहतर मुनाफा दिखाया, 10 कंपनियों का मुनाफा अनुमान से कमजोर रहा, जबकि 11 कंपनियों ने अनुमान के मुताबिक ही मुनाफा दर्ज किया।
सेंसेक्स कंपनियों में टाटा मोटर्स ने मुनाफे में सबसे तेज 191% वृद्धि हासिल की। इसके बाद टाटा पावर (131%), सेसा स्टरलाइट (124%), डॉ. रेड्डीज (68%) और भारती एयरटेल (61%) का स्थान रहा। दिग्गजों में ल्युपिन, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, ऑयल इंडिया, अंबुजा सीमेंट्स, आइडिया सेलुलर, एचयूएल और जेएसडब्लू स्टील ने भी अनुमानों से बेहतर प्रदर्शन किया।
दूसरी ओर बीएचईएल की आय में सबसे ज्यादा 58% की गिरावट आयी। जिन अन्य दिग्गज कंपनियों की आय घटी, उनमें टाटा स्टील (-47%), सिप्ला (-38%), गेल (-23%) और एनटीपीसी (-11%) प्रमुख हैं। इसके अलावा जिन और दिग्गजों ने सबसे ज्यादा निराश किया, उनमें जेएसपीएल, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, हिंदुस्तान जिंक, डाबर, कोल इंडिया और सेसा स्टरलाइट शामिल हैं।
क्षेत्रवार निगाह डालें तो ऑटो कंपनियों के लिए बीती तिमाही शानदार रही है। एमओएसएल की रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र की बिक्री में 26% की बढ़त दर्ज हुई, जबकि मुनाफा 80% उछल गया। टेलीकॉम क्षेत्र के मुनाफे में अच्छा सुधार हुआ और यह 48% बढ़त दर्ज करने में सफल रहा।
आईटी क्षेत्र की बिक्री में 18% और मुनाफे में 25% की मजबूती आयी। दूसरी ओर कैपिटल गुड्स के आँकड़े अब भी फिसड्डी ही रहे। इस क्षेत्र की बिक्री में 1% की कमी आयी, जबकि मुनाफा 13% घट गया। इन तिमाही नतीजों को देखते हुए एमओएसएल ने साल 2015-16 के लिए सेंसेक्स की प्रति शेयर आय (ईपीएस) के अपने अनुमानों को 1% बढ़ा कर 1,854 रुपये कर दिया है। इसे उम्मीद है कि 2015-16 में सेंसेक्स ईपीएस 2014-15 की तुलना में 21% बढ़ेगी। साल 2014-15 में सेंसेक्स ईपीएस 14.2% बढ़ कर 1,532 रुपये रहने का अनुमान है। इससे पहले 2013-14 में सेंसेक्स ईपीएस 13.4% बढ़ कर 1341 रुपये रही थी।
साल 2008-09 से 2012-13 तक तकरीबन हर साल सेंसेक्स ईपीएस में नकारात्मक या धीमी बढ़त दर्ज हुई थी। यह 2008-09 में 1.6% घटी थी, जबकि 2009-10 में महज 1.7% बढ़ पायी थी। इसके बाद 2010-11 में जरूर 22.8% की चमकदार वृद्धि हुई, लेकिन यह चमक टिकी नहीं। अगले साल 2011-12 में वृद्धि दर फिर से घट कर 9.7% और 2012-13 में केवल 5.3% पर आ गयी। इन आँकड़ों से जाहिर है कि अब सेंसेक्स ईपीएस फिर से तेज वृद्धि पर पथ पर लौटी है। दरअसल 2015-16 में 21% वृद्धि के बाद अगले साल 2016-17 में भी 19.3% वृद्धि का अनुमान है।
(निवेश मंथन, सितंबर 2014)

  • सातवाँ वेतन आयोग कहीं खुशी, कहीं रोष
  • एचडीएफसी लाइफ बनेगी सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी
  • सेंसेक्स साल भर में होगा 33,000 पर
  • सर्वेक्षण की कार्यविधि
  • भारतीय अर्थव्यवस्था ही पहला पैमाना
  • उभरते बाजारों में भारत पहली पसंद
  • विश्व नयी आर्थिक व्यवस्था की ओर
  • मौजूदा स्तरों से ज्यादा गिरावट नहीं
  • जीएसटी पारित कराना सरकार के लिए चुनौती
  • निफ्टी 6000 तक जाने की आशंका
  • बाजार मजबूत, सेंसेक्स 33,000 की ओर
  • ब्याज दरें घटने पर तेज होगा विकास
  • आंतरिक कारक ही ला सकेंगे तेजी
  • गिरावट में करें 2-3 साल के लिए निवेश
  • ब्रेक्सिट से एफपीआई निवेश पर असर संभव
  • अस्थिरताओं के बीच सकारात्मक रुझान
  • भारतीय बाजार काफी मजबूत स्थिति में
  • बीत गया भारतीय बाजार का सबसे बुरा दौर
  • निकट भविष्य में रहेगी अस्थिरता
  • साल भर में सेंसेक्स 30,000 पर
  • निफ्टी का 12 महीने में शिखर 9,400 पर
  • ब्रेक्सिट का असर दो सालों तक पड़ेगा
  • 2016-17 में सुधार आने के स्पष्ट संकेत
  • चुनिंदा क्षेत्रों में तेजी आने की उम्मीद
  • सुधारों पर अमल से आयेगी तेजी
  • तेजी के अगले दौर की तैयारी में बाजार
  • ब्रेक्सिट से भारत बनेगा ज्यादा आकर्षक
  • सावधानी से चुनें क्षेत्र और शेयर
  • छोटी अवधि में बाजार धारणा नकारात्मक
  • निफ्टी 8400 के ऊपर जाने पर तेजी
  • ब्रेक्सिट का तत्काल कोई प्रभाव नहीं
  • निफ्टी अभी 8500-7800 के दायरे में
  • पूँजी मुड़ेगी सोना या यूएस ट्रेजरी की ओर
  • निफ्टी छू सकता है ऐतिहासिक शिखर
  • विकास दर की अच्छी संभावनाओं का लाभ
  • बेहद लंबी अवधि की तेजी का चक्र
  • मुद्रा बाजार की हलचल से चिंता
  • ब्रेक्सिट से भारत को होगा फायदा
  • निफ्टी साल भर में 9,200 के ऊपर
  • घरेलू बाजार आधारित दिग्गजों में करें निवेश
  • गिरावट पर खरीदारी की रणनीति
  • साल भर में 15% बढ़त की उम्मीद
  • भारतीय बाजार का मूल्यांकन ऊँचा
  • सेंसेक्स साल भर में 32,000 की ओर
  • भारतीय बाजार बड़ी तेजी की ओर
  • बाजार सकारात्मक, जारी रहेगा विदेशी निवेश
  • ब्रेक्सिट का परोक्ष असर होगा भारत पर
  • 3-4 साल के नजरिये से जमा करें शेयरों को
  • रुपये में कमजोरी का अल्पकालिक असर
  • साल भर में नया शिखर
7 Empire

अर्थव्यवस्था

  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) : भविष्य के अनुमान
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीती तिमाहियों में
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीते वर्षों में

बाजार के जानकारों से पूछें अपने सवाल

सोशल मीडिया पर

Additionaly, you are welcome to connect with us on the following Social Media sites.

  • Like us on Facebook
  • Follow us on Twitter
  • YouTube Channel
  • Connect on Linkedin

Download Magzine

    Overview
  • 2023
  • 2016
    • July 2016
    • February 2016
  • 2014
    • January

बातचीत

© 2025 Nivesh Manthan

  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Go Top