Nivesh Manthan
Menu
  • Home
  • About Us
  • ई-पत्रिका
  • Blog
  • Home/
  • 2014/
  • सितंबर 2014/
  • संपदा निर्माण के लिए शेयरों में निवेश बढ़ायें
Follow @niveshmanthan

सोने के भाव गिर सकते हैं 27,500-28,000 तक

Details
Category: मार्च 2014

शिव श्रीवास्तव, एमडी, आईगुरु रिसर्च :

पिछले दिनों सोने की कीमत में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।

लूनर नव-वर्ष खत्म होने के बाद एक तरफ जहाँ चीन से कुछ माँग देखने को मिली। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच तनाव की खबर से सोने को और सहारा मिला, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसने 1,350 डॉलर प्रति औंस का स्तर तोड़ा। वहीं भारतीय बाजार में रुपये की मजबूती के बावजूद इसने 30,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार किया।
लेकिन जैसे ही रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम होने की खबर आयी, इसमें दोबारा गिरावट देखने को मिली। अब आने वाले समय में इसकी दिशा कैसी रहेगी और क्या अभी सोने में निवेश का सही समय है?
वर्ष 2014 की शुरुआत से ही वैश्विक अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार की उम्मीद दिख रही है, हालाँकि चीन के आँकड़े अभी उम्मीद से कमजोर आ रहे हैं। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार इस बात से भी दिखता है कि फेडरल रिजर्व की नयी अध्यक्षा जैनेट येलेन ने बॉण्ड खरीद कार्यक्रम में भविष्य में और कटौती करने के संकेत दिये हैं। अगर कटौती की राशि बढ़ायी गयी तो सोने में और दबाव देखने को मिलेगा।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार के कारण अमेरिकी डॉलर में स्थिरता और मजबूती देखने को मिल रही है। अमेरिकी डॉलर में मजबूती भी सोने में ऊपरी स्तरों पर दबाव का काम करेगी।
भारतीय बाजार को देखें तो सरकार ने चालू खाता घाटा (सीएडी) कम करने के लिए आयात शुल्क में जो वृद्धि की गयी थी, उसका असर कुछ हद तक देखने को जरूर मिला है और सोने के आयात में कमी दर्ज की गयी है। हाल में चर्चा थी कि सरकार आयात शुल्क में कुछ रियायत दे सकती है, लेकिन चुनावी आचार संहिता लागू हो जाने के कारण अब यह घोषणा संभवत: नयी सरकार ही करेगी।
चुनावी माहौल के मद्देनजर सबकी निगाहें चुनाव नतीजों पर टिकी है, लेकिन एक स्थिर और मजबूत सरकार आने की उम्मीद से एक तरफ जहाँ सेंसेक्स और निफ्टी ऐतिहासिक ऊँचाई पर पहुँच गये हैं, वहीं रुपये में भी निरंतर मजबूती दिखायी दे रही है। इस कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव स्थिर होने के बावजूद भी भारतीय बाजार में इसमें कमजोरी देखी जा रही है।
अगर चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों पर भरोसा किया जाये तो लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में विकासोन्मुख सरकार आने के बाद रुपये में और मजबूती देखी जा सकती है। अनुमान है कि एक डॉलर की कीमत 55 रुपये तक आ सकती है, जो सोने के लिए नकारात्मक होगा। लेकिन अस्थिर सरकार बनने की नौबत आने पर रुपये की कमजोरी इसे थोड़ा ऊपर उठा सकती है। मेरा मानना है कि सोने में अभी नया निवेश करने से बचना चाहिए, क्योंकि तमाम आर्थिक, राजनीतिक और तकनीकी आँकड़े आने वाले समय में कमजोरी दर्शाते हैं। भूराजनीतिक तनाव कुछ तेजी जरूर ला सकते हैं, पर उस तेजी को हम स्थायी नहीं मान सकते।
अगर हम महीने भर की बात करें तो चुनावी माहौल में बनते-बिगड़ते समीकरणों के बीच रुपये के उतार-चढ़ाव से इसमें अस्थिरता देखने को मिल सकती है। इसके भाव 29,000 से 30,800 रुपये तक के दायरे में रह सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में 1240 डॉलर पर एक महत्वपूर्ण सहारा है। इस स्तर पर एक बार फिर से सोने में खरीदारी देखने को मिल सकती है। भारतीय बाजार में सोने में 27500-28000 एक अहम स्तर होगा, जहाँ पर आप फिर से निवेश कर सकते हैं।
निचले स्तरों पर निवेश और त्योहारी माँग के कारण गहनों की खरीदारी बढऩे से इसके भाव में तेजी देखने को मिल सकती है। अगर बेहतर मानसून से अच्छी फसल हुई तो अक्टूबर से सोने की माँग बढऩे की उम्मीद रहेगी।
(निवेश मंथन, मार्च 2014)

  • सातवाँ वेतन आयोग कहीं खुशी, कहीं रोष
  • एचडीएफसी लाइफ बनेगी सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी
  • सेंसेक्स साल भर में होगा 33,000 पर
  • सर्वेक्षण की कार्यविधि
  • भारतीय अर्थव्यवस्था ही पहला पैमाना
  • उभरते बाजारों में भारत पहली पसंद
  • विश्व नयी आर्थिक व्यवस्था की ओर
  • मौजूदा स्तरों से ज्यादा गिरावट नहीं
  • जीएसटी पारित कराना सरकार के लिए चुनौती
  • निफ्टी 6000 तक जाने की आशंका
  • बाजार मजबूत, सेंसेक्स 33,000 की ओर
  • ब्याज दरें घटने पर तेज होगा विकास
  • आंतरिक कारक ही ला सकेंगे तेजी
  • गिरावट में करें 2-3 साल के लिए निवेश
  • ब्रेक्सिट से एफपीआई निवेश पर असर संभव
  • अस्थिरताओं के बीच सकारात्मक रुझान
  • भारतीय बाजार काफी मजबूत स्थिति में
  • बीत गया भारतीय बाजार का सबसे बुरा दौर
  • निकट भविष्य में रहेगी अस्थिरता
  • साल भर में सेंसेक्स 30,000 पर
  • निफ्टी का 12 महीने में शिखर 9,400 पर
  • ब्रेक्सिट का असर दो सालों तक पड़ेगा
  • 2016-17 में सुधार आने के स्पष्ट संकेत
  • चुनिंदा क्षेत्रों में तेजी आने की उम्मीद
  • सुधारों पर अमल से आयेगी तेजी
  • तेजी के अगले दौर की तैयारी में बाजार
  • ब्रेक्सिट से भारत बनेगा ज्यादा आकर्षक
  • सावधानी से चुनें क्षेत्र और शेयर
  • छोटी अवधि में बाजार धारणा नकारात्मक
  • निफ्टी 8400 के ऊपर जाने पर तेजी
  • ब्रेक्सिट का तत्काल कोई प्रभाव नहीं
  • निफ्टी अभी 8500-7800 के दायरे में
  • पूँजी मुड़ेगी सोना या यूएस ट्रेजरी की ओर
  • निफ्टी छू सकता है ऐतिहासिक शिखर
  • विकास दर की अच्छी संभावनाओं का लाभ
  • बेहद लंबी अवधि की तेजी का चक्र
  • मुद्रा बाजार की हलचल से चिंता
  • ब्रेक्सिट से भारत को होगा फायदा
  • निफ्टी साल भर में 9,200 के ऊपर
  • घरेलू बाजार आधारित दिग्गजों में करें निवेश
  • गिरावट पर खरीदारी की रणनीति
  • साल भर में 15% बढ़त की उम्मीद
  • भारतीय बाजार का मूल्यांकन ऊँचा
  • सेंसेक्स साल भर में 32,000 की ओर
  • भारतीय बाजार बड़ी तेजी की ओर
  • बाजार सकारात्मक, जारी रहेगा विदेशी निवेश
  • ब्रेक्सिट का परोक्ष असर होगा भारत पर
  • 3-4 साल के नजरिये से जमा करें शेयरों को
  • रुपये में कमजोरी का अल्पकालिक असर
  • साल भर में नया शिखर
7 Empire

अर्थव्यवस्था

  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) : भविष्य के अनुमान
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीती तिमाहियों में
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीते वर्षों में

बाजार के जानकारों से पूछें अपने सवाल

सोशल मीडिया पर

Additionaly, you are welcome to connect with us on the following Social Media sites.

  • Like us on Facebook
  • Follow us on Twitter
  • YouTube Channel
  • Connect on Linkedin

Download Magzine

    Overview
  • 2023
  • 2016
    • July 2016
    • February 2016
  • 2014
    • January

बातचीत

© 2025 Nivesh Manthan

  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Go Top