Nivesh Manthan
Menu
  • Home
  • About Us
  • ई-पत्रिका
  • Blog
  • Home/
  • 2013/
  • फरवरी 2013/
  • निवेश करके भूलें नहीं, रखें नजर
Follow @niveshmanthan

निवेश करके भूलें नहीं, रखें नजर

Details
Category: फरवरी 2013

तकनीकी विश्लेषक सुनील मिंगलानी ने कहा कि किसी शेयर को खरीदने के लिए दो तरह की सोच काम करती है।

सबसे पहले तो आप निवेश करने की सोचते हैं। दूसरी बात निवेश की अवधि को लेकर होती है। कुछ लोग कहते हैं कि शेयर खरीद लो और सो जाओ। मुझे यह समझ में नहीं आता कि निवेश करने के बाद कोई 10 साल तक सो कैसे सकता है! आपको देखना है रोज। आपको ध्यान रखना है अपने पैसे का कि वो क्या कर रहा है। आज से 25 साल पहले ऐसी कितनी कंपनियाँ थी, जो आज भी जिंदा हैं? आप उन्हें उँगलियों पर गिन सकते हैं। आज बीएसई में 7000 से ज्यादा कंपनियाँ हैं। लेकिन आज से 25 साल बाद इनमें से कितनी कंपनियाँ बची होगीं? फिर आप पैसा लगा कर सो कैसे सकते हैं? केवल किसी कंपनी पर विश्वास ही नहीं करना है, बल्कि उसको परखना है। अगर कल परिस्थितियाँ बदलती हैं तो हमें भी बदलना पड़ेगा।
सुनील मिंगलानी ने शेयर की खरीद-बिक्री करते समय आमतौर पर होने वाली गलतियों की ओर भी निवेशकों और कारोबारियों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बाजार की दिशा और शेयर भाव के रुझान को देखते हुए कारोबार करने पर जोर दिया। उन्होंने किसी भी कंपनी के शेयर भाव को देखने के लिए चार्ट के विश्लेषण के फायदे बताये। साथ ही उन्होंने लंबी और छोटी अवधि के निवेश के अंतर को समझाते हुए शेयर भाव के व्यवहार को देख कर मुनाफा कमाने का सुझाव दिया।
ब्रोकिंग फर्म वेल इंडिया के इक्विटी रिसर्च प्रमुख विवेक नेगी ने कहा कि बहुत बार कड़वे सच निगलने पड़ते हैं और यही बात बाजार के साथ भी होती है। बाजार आपको व्यक्तिगत रूप से समझ नहीं सकता है। चाहे आप कितना भी पैसा बाजार में डुबा दें, पर बाजार कभी व्यक्तिगत रूप से लोगों को नहीं समझता है क्योंकि बाजार लाखों लोगों की सामूहिक भावना पर चलता है। अगर आपको लगता है कि किसी कंपनी में मेरा पैसा लगने के बाद यह सुरक्षित है और वापस आ सकता है तो आप ऐसी कंपनी में निवेश करें। आप अपना पैसा भावनाओं के आधार पर नहीं, अपितु सोच-समझ कर लगायें। बाजार के प्रति अपनी सोच सकारात्मक रख कर हम बाजार से पैसा कमा सकते हैं।
आईसीएआई के विजिटिंग फैकल्टी चार्टर्ड एकाउंटेंट एस के अग्रवाल ने कर बचत के उपायों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पीपीएफ अभी सबसे अच्छा विकल्प है। पीपीएफ में एक लाख रुपये तक राशि का निवेश 15 वर्षों की अवधि के लिए किया जा सकता है। इसमें मिलने वाला ब्याज भी करमुक्त है। छोटे निवेशक 50,000 रुपये तक की राशि को राजीव गाँधी इक्विटी फंड में निवेश कर सकते हैं। उन्हें इसके 50% हिस्से पर अतिरिक्त कर छूट मिलेगी। इस तरह से उन्हें 7,500 रुपये तक की कर बचत होगी।
निवेश मंथन के सलाहकार संपादक राजेश रपरिया ने कहा कि आम तौर पर निवेशक कोई शेयर खरीदने के बाद उस पर नजर रखना भूल जाते हैं। इसके चलते जब उस शेयर की सबसे अच्छी कीमतें मिल रही होती हैं तो वे मुनाफावसूली नहीं कर पाते और बाद में भाव नीचे आ जाने पर उन्हें पछतावा होता है। बाजार की संभावित दिशा के बारे में उन्होंने कहा कि चुनावी अनिश्चितता को लेकर निवेशकों के मन में आशंका जरूर रहेगी, लेकिन यह ध्यान रखना चाहिए कि देश के दोनों ही मुख्य राजनीतिक दल आर्थिक सुधारों के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद कोई भी राजनीतिक समीकरण इन दोनों में से ही किसी एक दल के इर्दगिर्द बनेगा। निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा ने बाजार में कारोबार करते समय होने वाली छोटी-छोटी भूलों के प्रति निवेशकों को सचेत किया।
हेल्थ विलेज के प्रबंध निदेशक नरेश शर्मा ने इस मौके पर कहा कि आर्थिक सृमद्धि की आधारशिला स्वस्थ तन-मन पर टिकी है। इसलिए आज की दौड़-भाग में हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। निवेशक दरबार में आये प्रतिभागियों ने भी खुल कर अपने विचार रखे और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया।
(निवेश मंथन, फरवरी 2013)

  • सातवाँ वेतन आयोग कहीं खुशी, कहीं रोष
  • एचडीएफसी लाइफ बनेगी सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी
  • सेंसेक्स साल भर में होगा 33,000 पर
  • सर्वेक्षण की कार्यविधि
  • भारतीय अर्थव्यवस्था ही पहला पैमाना
  • उभरते बाजारों में भारत पहली पसंद
  • विश्व नयी आर्थिक व्यवस्था की ओर
  • मौजूदा स्तरों से ज्यादा गिरावट नहीं
  • जीएसटी पारित कराना सरकार के लिए चुनौती
  • निफ्टी 6000 तक जाने की आशंका
  • बाजार मजबूत, सेंसेक्स 33,000 की ओर
  • ब्याज दरें घटने पर तेज होगा विकास
  • आंतरिक कारक ही ला सकेंगे तेजी
  • गिरावट में करें 2-3 साल के लिए निवेश
  • ब्रेक्सिट से एफपीआई निवेश पर असर संभव
  • अस्थिरताओं के बीच सकारात्मक रुझान
  • भारतीय बाजार काफी मजबूत स्थिति में
  • बीत गया भारतीय बाजार का सबसे बुरा दौर
  • निकट भविष्य में रहेगी अस्थिरता
  • साल भर में सेंसेक्स 30,000 पर
  • निफ्टी का 12 महीने में शिखर 9,400 पर
  • ब्रेक्सिट का असर दो सालों तक पड़ेगा
  • 2016-17 में सुधार आने के स्पष्ट संकेत
  • चुनिंदा क्षेत्रों में तेजी आने की उम्मीद
  • सुधारों पर अमल से आयेगी तेजी
  • तेजी के अगले दौर की तैयारी में बाजार
  • ब्रेक्सिट से भारत बनेगा ज्यादा आकर्षक
  • सावधानी से चुनें क्षेत्र और शेयर
  • छोटी अवधि में बाजार धारणा नकारात्मक
  • निफ्टी 8400 के ऊपर जाने पर तेजी
  • ब्रेक्सिट का तत्काल कोई प्रभाव नहीं
  • निफ्टी अभी 8500-7800 के दायरे में
  • पूँजी मुड़ेगी सोना या यूएस ट्रेजरी की ओर
  • निफ्टी छू सकता है ऐतिहासिक शिखर
  • विकास दर की अच्छी संभावनाओं का लाभ
  • बेहद लंबी अवधि की तेजी का चक्र
  • मुद्रा बाजार की हलचल से चिंता
  • ब्रेक्सिट से भारत को होगा फायदा
  • निफ्टी साल भर में 9,200 के ऊपर
  • घरेलू बाजार आधारित दिग्गजों में करें निवेश
  • गिरावट पर खरीदारी की रणनीति
  • साल भर में 15% बढ़त की उम्मीद
  • भारतीय बाजार का मूल्यांकन ऊँचा
  • सेंसेक्स साल भर में 32,000 की ओर
  • भारतीय बाजार बड़ी तेजी की ओर
  • बाजार सकारात्मक, जारी रहेगा विदेशी निवेश
  • ब्रेक्सिट का परोक्ष असर होगा भारत पर
  • 3-4 साल के नजरिये से जमा करें शेयरों को
  • रुपये में कमजोरी का अल्पकालिक असर
  • साल भर में नया शिखर
7 Empire

अर्थव्यवस्था

  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) : भविष्य के अनुमान
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीती तिमाहियों में
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीते वर्षों में

बाजार के जानकारों से पूछें अपने सवाल

सोशल मीडिया पर

Additionaly, you are welcome to connect with us on the following Social Media sites.

  • Like us on Facebook
  • Follow us on Twitter
  • YouTube Channel
  • Connect on Linkedin

Download Magzine

    Overview
  • 2023
  • 2016
    • July 2016
    • February 2016
  • 2014
    • January

बातचीत

© 2025 Nivesh Manthan

  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Go Top