Nivesh Manthan
Menu
  • Home
  • About Us
  • ई-पत्रिका
  • Blog
  • Home/
  • Blog/
  • 2016/
  • नवंबर 2016/
  • सलाह
Follow @niveshmanthan

सलाह

Details
Category: नवंबर 2016

क्या मुझे अपनी पॉलिसी दूसरी कंपनी में पोर्ट कर लेनी चाहिए या उनके जवाब का इंतजार करना चाहिए। मेरी पॉलिसी का फ्री-लुक पीरियड दस दिनों में खत्म हो रहा है।

- नितिन चौबे

हेल्थ इंश्योरेंस एक साल का कॉन्ट्रैक्ट होता है और नये बदलावों के अनुरूप इसमें परिवर्तन होते रहते हैं। बीमा कंपनी से आपको यह पूछना चाहिए कि इस शर्त के बारे में आपको पहले क्यों नहीं बताया गया, क्योंकि कायदन सभी शर्तें-उपशर्तें पहले ही बतायी और पूरी तरह समझायी जानी चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस की पोर्टेबिलिटी नवीनीकरण से केवल 45 दिन पहले की जा सकती है। ऐसे में इस साल तो ऐसा करना संभव नहीं है। मेरा सुझाव है कि आप अगली बार नवीनीकरण से पहले किसी ऐसी कंपनी में पोर्ट कर लें जिसमें कोई उपसीमा न हो।

मेरी उम्र 23 साल और आमदनी 30,000 रुपये मासिक है। मैं निम्नलिखित लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहती हूँ- कार, शादी, दिल्ली-एनसीआर में एक घर या फ्लैट, रिटायरमेंट के बाद के लिए पूँजी। मैं अभी हर महीने 5,000 रुपये की आवर्ती जमा (रिकरिंग डिपॉजिट) कर रही हूँ।

 - सीएस नम्रता श्रीवास्तव

जहाँ तक आरडी में आपके निवेश का सवाल है, अभी आपकी उम्र कम है और आप लंबी अवधि के लिए बचत कर सकती हैं। अभी आप 10% आय कर श्रेणी में आ रही हैं। ऐसे में आरडी से मिल रहा रिटर्न महँगाई दर से भी कम होगा, जो उचित नहीं है। आपकी प्रोफाइल हर लिहाज से इक्विटी में निवेश के उपयुक्त है। चूँकि आपकी उम्र कम है, ऐसे में आप जोखिम ले सकती हैं। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि इक्विटी में निवेश की अवधि को आप जितना अधिक करते जाते हैं, आपका उस निवेश से जुड़ा जोखिम उतना ही कम होता जाता है।

आप म्यूचुअल फंडों का रणनीतिक तरीके से इस्तेमाल कर सकती हैं। आप पाँच से छह इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश करें, जिससे आपको विविधीकरण का लाभ हासिल होगा। लॉर्ज कैप इक्विटी फंडों की बात करें तो इनमें आप आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टॉप 100 और ऐक्सिस इक्विटी दो बेहतरीन विकल्प हैं। फ्लेक्सी कैप फंड भी आपकी बचत और निवेश योजना में शामिल होने चाहिए। इनमें एचडीएफसी इक्विटी और फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप बेहतर विकल्प हैं। मिड कैप फंड श्रेणी में एचडीएफसी मिड कैप अपॉर्चुनिटी और फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनीज ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसके अलावा आप इक्विटी केंद्रित बैलेंस्ड फंडों में भी निवेश के बारे में सोच सकती हैं। इस श्रेणी में एचडीएफसी बैलेंस्ड और एसबीआई मैग्नम बैलेंस्ड फंड ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

ये सभी निवेश सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (सिप) के जरिए हर महीने किये जाने चाहिए। इसके अलावा आपके बैंक खाते में जो राशि अतिरिक्त बचती है, उसके लिए आपको सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान (एसडब्ल्यूपी) का इस्तेमाल करना चाहिए, जहाँ आपकी पूँजी अल्ट्रा शॉर्ट टर्म स्कीम में निवेश की जायेगी और तय अंतराल के बाद उस योजना में स्थांतरित होती जायेगी। अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंडों में फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट टर्म बॉन्ड या टाटा फ्लोटर फंड का चुनाव किया जा सकता है। आरडी का इस्तेमाल आपातकालीन निधि बनाने के लिए किया जा सकता है। आपने अपने लक्ष्यों की समयावधि नहीं बतायी है। लेकिन चूँकि आपके लक्ष्यों में कुछ लंबी अवधि के लक्ष्य शामिल हैं, ऐसे में मेरी सलाह यही है कि आप अगले 10 से 15 सालों तक सिप का इस्तेमाल करें, जिससे हासिल होने वाला रिटर्न महँगाई दर को मात देने में कामयाब होगा। जैसे-जैसे आपकी आमदनी बढ़ती जाये, आप इक्विटी एमएफ में निवेश की राशि हर साल बढ़ाते जायें।

मेरी उम्र 30 साल है और मैं न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में निवेश करना चाहता हूँ। अभी मैंने एनपीएस में एसबीआई फंड मैनेजर के जरिए 25,000 रुपये निवेश कर रखा है। इसका योजना विवरण इस प्रकार है- कॉरपोरेट बॉन्ड - 30%, इक्विटी- 50%, सरकारी प्रतिभूतियाँ- 20%। अपनी पेंशन के लिए मैं इस उत्पाद में अगले तीन सालों में तीन लाख रुपये का निवेश करना चाहता हूँ। एनपीएस प्लान के मुताबिक हर साल 12,000 रुपये का निवेश इसमें करने की जरूरत है। ऐसे में तीन सालों के बाद मैं हर साल इसमें 12,000 का निवेश करूँगा। मुझे अनुमान है कि 60 साल का हो जाने के बाद मेरी मासिक जरूरत 70 हजार रुपये से एक लाख रुपये होगी। क्या इस प्रकार निवेश करने से मेरे उपरोक्त लक्ष्य की प्राप्ति हो जाएगी या फिर मुझे अपनी योजना में कुछ बदलाव करना चाहिए?

- सचिन हनमुते, नॉर्थेम्प्टन, यूनाइटेड किंगडम

एनपीएस में हर साल 12,000 रुपये के निवेश से आपके लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होगी। आपको पता होगा कि एनपीएस से हासिल होने वाला रिटर्न निश्चित नहीं होता है। इसका मतलब साफ है कि एन्युटी और निवेश की राशि दोनों ऊपर-नीचे हो सकते हैं। हर महीने 70,००० रुपये से एक लाख रुपये तक की मासिक पेंशन पाने के लिए यह जरूरी है कि अगले 30 सालों तक हर महीने 5,000 रुपये यानी सालाना 60,000 रुपये का निवेश किया जाये, जहाँ मिलने वाला रिटर्न 10% सालाना और एन्युटी 8% सालाना हो।

(निवेश मंथन, नवंबर 2016)

  • सातवाँ वेतन आयोग कहीं खुशी, कहीं रोष
  • एचडीएफसी लाइफ बनेगी सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी
  • सेंसेक्स साल भर में होगा 33,000 पर
  • सर्वेक्षण की कार्यविधि
  • भारतीय अर्थव्यवस्था ही पहला पैमाना
  • उभरते बाजारों में भारत पहली पसंद
  • विश्व नयी आर्थिक व्यवस्था की ओर
  • मौजूदा स्तरों से ज्यादा गिरावट नहीं
  • जीएसटी पारित कराना सरकार के लिए चुनौती
  • निफ्टी 6000 तक जाने की आशंका
  • बाजार मजबूत, सेंसेक्स 33,000 की ओर
  • ब्याज दरें घटने पर तेज होगा विकास
  • आंतरिक कारक ही ला सकेंगे तेजी
  • गिरावट में करें 2-3 साल के लिए निवेश
  • ब्रेक्सिट से एफपीआई निवेश पर असर संभव
  • अस्थिरताओं के बीच सकारात्मक रुझान
  • भारतीय बाजार काफी मजबूत स्थिति में
  • बीत गया भारतीय बाजार का सबसे बुरा दौर
  • निकट भविष्य में रहेगी अस्थिरता
  • साल भर में सेंसेक्स 30,000 पर
  • निफ्टी का 12 महीने में शिखर 9,400 पर
  • ब्रेक्सिट का असर दो सालों तक पड़ेगा
  • 2016-17 में सुधार आने के स्पष्ट संकेत
  • चुनिंदा क्षेत्रों में तेजी आने की उम्मीद
  • सुधारों पर अमल से आयेगी तेजी
  • तेजी के अगले दौर की तैयारी में बाजार
  • ब्रेक्सिट से भारत बनेगा ज्यादा आकर्षक
  • सावधानी से चुनें क्षेत्र और शेयर
  • छोटी अवधि में बाजार धारणा नकारात्मक
  • निफ्टी 8400 के ऊपर जाने पर तेजी
  • ब्रेक्सिट का तत्काल कोई प्रभाव नहीं
  • निफ्टी अभी 8500-7800 के दायरे में
  • पूँजी मुड़ेगी सोना या यूएस ट्रेजरी की ओर
  • निफ्टी छू सकता है ऐतिहासिक शिखर
  • विकास दर की अच्छी संभावनाओं का लाभ
  • बेहद लंबी अवधि की तेजी का चक्र
  • मुद्रा बाजार की हलचल से चिंता
  • ब्रेक्सिट से भारत को होगा फायदा
  • निफ्टी साल भर में 9,200 के ऊपर
  • घरेलू बाजार आधारित दिग्गजों में करें निवेश
  • गिरावट पर खरीदारी की रणनीति
  • साल भर में 15% बढ़त की उम्मीद
  • भारतीय बाजार का मूल्यांकन ऊँचा
  • सेंसेक्स साल भर में 32,000 की ओर
  • भारतीय बाजार बड़ी तेजी की ओर
  • बाजार सकारात्मक, जारी रहेगा विदेशी निवेश
  • ब्रेक्सिट का परोक्ष असर होगा भारत पर
  • 3-4 साल के नजरिये से जमा करें शेयरों को
  • रुपये में कमजोरी का अल्पकालिक असर
  • साल भर में नया शिखर

अर्थव्यवस्था

  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) : भविष्य के अनुमान
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीती तिमाहियों में
  • भारत की विकास दर (जीडीपी वृद्धि दर) बीते वर्षों में

बाजार के जानकारों से पूछें अपने सवाल

सोशल मीडिया पर

Additionaly, you are welcome to connect with us on the following Social Media sites.

  • Like us on Facebook
  • Follow us on Twitter
  • YouTube Channel
  • Connect on Linkedin

Download Magzine

    Overview
  • 2023
  • 2016
    • July 2016
    • February 2016
  • 2014
    • January

Latest Comments

Guest - Alvin
How beautiful are IceTheme websites?
Fully Responsive Design to loo... in Joomla Article
about 11 years ago

© 2025 Nivesh Manthan

  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
Go Top