क्या मुझे अपनी पॉलिसी दूसरी कंपनी में पोर्ट कर लेनी चाहिए या उनके जवाब का इंतजार करना चाहिए। मेरी पॉलिसी का फ्री-लुक पीरियड दस दिनों में खत्म हो रहा है।
- नितिन चौबे
हेल्थ इंश्योरेंस एक साल का कॉन्ट्रैक्ट होता है और नये बदलावों के अनुरूप इसमें परिवर्तन होते रहते हैं। बीमा कंपनी से आपको यह पूछना चाहिए कि इस शर्त के बारे में आपको पहले क्यों नहीं बताया गया, क्योंकि कायदन सभी शर्तें-उपशर्तें पहले ही बतायी और पूरी तरह समझायी जानी चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस की पोर्टेबिलिटी नवीनीकरण से केवल 45 दिन पहले की जा सकती है। ऐसे में इस साल तो ऐसा करना संभव नहीं है। मेरा सुझाव है कि आप अगली बार नवीनीकरण से पहले किसी ऐसी कंपनी में पोर्ट कर लें जिसमें कोई उपसीमा न हो।
मेरी उम्र 23 साल और आमदनी 30,000 रुपये मासिक है। मैं निम्नलिखित लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहती हूँ- कार, शादी, दिल्ली-एनसीआर में एक घर या फ्लैट, रिटायरमेंट के बाद के लिए पूँजी। मैं अभी हर महीने 5,000 रुपये की आवर्ती जमा (रिकरिंग डिपॉजिट) कर रही हूँ।
- सीएस नम्रता श्रीवास्तव
जहाँ तक आरडी में आपके निवेश का सवाल है, अभी आपकी उम्र कम है और आप लंबी अवधि के लिए बचत कर सकती हैं। अभी आप 10% आय कर श्रेणी में आ रही हैं। ऐसे में आरडी से मिल रहा रिटर्न महँगाई दर से भी कम होगा, जो उचित नहीं है। आपकी प्रोफाइल हर लिहाज से इक्विटी में निवेश के उपयुक्त है। चूँकि आपकी उम्र कम है, ऐसे में आप जोखिम ले सकती हैं। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि इक्विटी में निवेश की अवधि को आप जितना अधिक करते जाते हैं, आपका उस निवेश से जुड़ा जोखिम उतना ही कम होता जाता है।
आप म्यूचुअल फंडों का रणनीतिक तरीके से इस्तेमाल कर सकती हैं। आप पाँच से छह इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश करें, जिससे आपको विविधीकरण का लाभ हासिल होगा। लॉर्ज कैप इक्विटी फंडों की बात करें तो इनमें आप आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टॉप 100 और ऐक्सिस इक्विटी दो बेहतरीन विकल्प हैं। फ्लेक्सी कैप फंड भी आपकी बचत और निवेश योजना में शामिल होने चाहिए। इनमें एचडीएफसी इक्विटी और फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप बेहतर विकल्प हैं। मिड कैप फंड श्रेणी में एचडीएफसी मिड कैप अपॉर्चुनिटी और फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनीज ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसके अलावा आप इक्विटी केंद्रित बैलेंस्ड फंडों में भी निवेश के बारे में सोच सकती हैं। इस श्रेणी में एचडीएफसी बैलेंस्ड और एसबीआई मैग्नम बैलेंस्ड फंड ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
ये सभी निवेश सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (सिप) के जरिए हर महीने किये जाने चाहिए। इसके अलावा आपके बैंक खाते में जो राशि अतिरिक्त बचती है, उसके लिए आपको सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान (एसडब्ल्यूपी) का इस्तेमाल करना चाहिए, जहाँ आपकी पूँजी अल्ट्रा शॉर्ट टर्म स्कीम में निवेश की जायेगी और तय अंतराल के बाद उस योजना में स्थांतरित होती जायेगी। अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंडों में फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट टर्म बॉन्ड या टाटा फ्लोटर फंड का चुनाव किया जा सकता है। आरडी का इस्तेमाल आपातकालीन निधि बनाने के लिए किया जा सकता है। आपने अपने लक्ष्यों की समयावधि नहीं बतायी है। लेकिन चूँकि आपके लक्ष्यों में कुछ लंबी अवधि के लक्ष्य शामिल हैं, ऐसे में मेरी सलाह यही है कि आप अगले 10 से 15 सालों तक सिप का इस्तेमाल करें, जिससे हासिल होने वाला रिटर्न महँगाई दर को मात देने में कामयाब होगा। जैसे-जैसे आपकी आमदनी बढ़ती जाये, आप इक्विटी एमएफ में निवेश की राशि हर साल बढ़ाते जायें।
मेरी उम्र 30 साल है और मैं न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में निवेश करना चाहता हूँ। अभी मैंने एनपीएस में एसबीआई फंड मैनेजर के जरिए 25,000 रुपये निवेश कर रखा है। इसका योजना विवरण इस प्रकार है- कॉरपोरेट बॉन्ड - 30%, इक्विटी- 50%, सरकारी प्रतिभूतियाँ- 20%। अपनी पेंशन के लिए मैं इस उत्पाद में अगले तीन सालों में तीन लाख रुपये का निवेश करना चाहता हूँ। एनपीएस प्लान के मुताबिक हर साल 12,000 रुपये का निवेश इसमें करने की जरूरत है। ऐसे में तीन सालों के बाद मैं हर साल इसमें 12,000 का निवेश करूँगा। मुझे अनुमान है कि 60 साल का हो जाने के बाद मेरी मासिक जरूरत 70 हजार रुपये से एक लाख रुपये होगी। क्या इस प्रकार निवेश करने से मेरे उपरोक्त लक्ष्य की प्राप्ति हो जाएगी या फिर मुझे अपनी योजना में कुछ बदलाव करना चाहिए?
- सचिन हनमुते, नॉर्थेम्प्टन, यूनाइटेड किंगडम
एनपीएस में हर साल 12,000 रुपये के निवेश से आपके लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होगी। आपको पता होगा कि एनपीएस से हासिल होने वाला रिटर्न निश्चित नहीं होता है। इसका मतलब साफ है कि एन्युटी और निवेश की राशि दोनों ऊपर-नीचे हो सकते हैं। हर महीने 70,००० रुपये से एक लाख रुपये तक की मासिक पेंशन पाने के लिए यह जरूरी है कि अगले 30 सालों तक हर महीने 5,000 रुपये यानी सालाना 60,000 रुपये का निवेश किया जाये, जहाँ मिलने वाला रिटर्न 10% सालाना और एन्युटी 8% सालाना हो।
(निवेश मंथन, नवंबर 2016)