मोदी राज के तीन साल : वादों का क्या...
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- Category: जून 2017
राजेश रपरिया, सलाहकार संपादक :
इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती है कि मोदी को खस्ताहाल अर्थव्यवस्था मिली थी।
नवंबर की नोटबंदी का झटका दिखा जनवरी-मार्च में
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- Category: जून 2017
वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2017 के दौरान देश की आर्थिक विकास दर अनुमानों के मुकाबले काफी नीची रही है।
शिओमी ने पेश किया रेडमी नोट फोर
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- Category: जून 2017
चीन की कंपनी शिओमी ने अपना नया स्मार्टफोन रेडमी नोट फोर भारतीय बाजार में उतारा है।
ई-कॉमर्स से खुले निर्यात का बाजार
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- Category: जून 2017
भारत के घरेलू बाजार में ई-कॉमर्स या इंटरनेट के जरिये खरीद-बिक्री ने काफी पैठ जमा ली है।
बाजार प्रणाली, पारदर्शी निर्णय से भ्रष्टाचार हटा : जेटली
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- Category: जून 2017
पिछले तीन वर्ष आर्थिक मोर्चे पर विशेष रूप से पूरे विश्व के लिए बहुत चुनौती वाले वर्ष थे।
3 साल का हाल, दौड़ने को तैयार अर्थव्यवस्था
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- Category: जून 2017
अगर मोदी सरकार और भाजपा का यह कहना है कि सत्ता में उसके तीन साल यूपीए के बनाये गड्ढे भरने में ही निकल गये,
मोदी सरकार के दाँव-पेंच से विपक्ष पड़ा निढाल
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संदीप त्रिपाठी :
नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता संभाले तीन वर्ष पूरे हो गये,
प्रत्यक्ष संवाद की सरकार
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- Category: जून 2017
मोदी सरकार के तीन वर्षों की एक बड़ी खासियत यह है कि वह जनता से सीधा संवाद करने और उस पर काम करने वाली सरकार के रूप में उभरी है।
रोजगार बिना विकास, असली चुनौती या फसाना?
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राजीव रंजन झा :
मोदी सरकार के तीन साल का लेखा-जोखा लेते समय रोजगार-विहीन विकास इन दिनों फिर चर्चा में है।
रोजगार के भरोसेमंद सरकारी आँकड़े उपलब्ध नहीं
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- Category: जून 2017
डॉ. बिबेक देबरॉय, सदस्य, नीति आयोग:
भारत अब भी मोटे तौर पर एक अनौपचारिक और असंगठित अर्थव्यवस्था है।
बुनियादी ढाँचा, एनपीए पर सरकार के संतोषजनक कदम
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दिनेश ठक्कर, सीएमडी, एंजेल ब्रोकिंग :
जीडीपी और कॉरपोरेट लाभ वृद्धि में लंबे समय के दौरान एक कारणात्मक संबंध होता है,
सरकार के काम और सुधारों से आकर्षित हो रहा निवेश
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- Category: जून 2017
प्रदीप गुप्ता, वाइस चेयरमैन, आनंद राठी फाइनेंशियल :
पिछले तीन वर्षों में बाजार की धारणा में दूसरी बार जो परिवर्तन दिख रहा है, वह नकदी (लिक्विडिटी) की वजह से है।
अर्थव्यवस्था
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