देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर सर्किल रेट बढ़ा दिये गये हैं, जिनसे लोगों के लिए अपना घर खरीदने का सपना कुछ महँगा हो सकता है।
सर्किल रेट में यह बढ़ोतरी अलग-अलग जगहों के हिसाब से 22% से लेकर 200% तक है। सर्किल रेट जमीन-जायदाद की खरीद-बिक्री के समय स्टांप ड्यूटी चुकाने के लिए रखी जाने वाली न्यूनतम कीमत है। दिल्ली में न्यूनतम सर्किल रेट की व्यवस्था 2007 से लागू है। इससे पहले साल 2011 में सर्किल रेट को दो बार बढ़ाया गया।
ताजा फैसले में दिल्ली की ए श्रेणी की कॉलोनियों में 200%, बी श्रेणी की कॉलोनियों में 50% और सी, डी, ई, एफ, जी, एच श्रेणी की कॉलोनियों में 22% सर्किल रेट बढ़ा है। अब ए श्रेणी की कॉलोनियों, जैसे ग्रेटर कैलाश, डिफेंस कॉलोनी, पंचशील एन्क्लेव, आनंद लोक, ग्रीन पार्क, गोल्फ लिंक और हौज खास वगैरह में स्टांप ड्यूटी की गणना करने के लिए जमीन की न्यूनतम कीमत 6.45 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर मानी जायेगी। हालाँकि कुछ जानकार मानते हैं कि ये सर्किल रेट वास्तविक बाजार भाव से अब भी कम हैं, लिहाजा केवल अतिरिक्त स्टांप ड्यूटी का बोझ बढ़ेगा, जमीन-जायदाद के भाव उतने नहीं बढ़ेंगे।
(निवेश मंथन, दिसबंर 2012)