इन्फोसिस
एंजेल ब्रोकिंग ने इन्फोसिस के शेयर के लिए 1249 रुपये के लक्ष्य भाव पर खरीद की सलाह दी है। वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही के इन्फोसिस के नतीजे एबिटा और शुद्ध लाभ के मोर्चे पर अनुमान से बेहतर रहे हैं।
वर्ष के दौरान नरम शुरुआत करने के बाद इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए अपने आय विकास अनुमान को चालू मुद्रा के रूप में 8%-9% से घटा कर 8.4%-8.8% कर दिया। इससे वित्त वर्ष 2019-20 तक 20 अरब की बिक्री हासिल करने का अनुमान है। उद्योग के स्तर पर देखें तो सिर्फ एफएसआई ही एक ऐसा सेगमेंट रहा है जिसमें चालू मुद्रा के रूप में तिमाही आधार पर 0.2% की वृद्धि हुई है।
टीसीएस : नये वित्त वर्ष में परिदृश्य अच्छा
एंजेल ब्रोकिंग ने टीसीएस के शेयर के लिए 2620 रुपये के लक्ष्य भाव पर खरीद की सलाह दी है। टीसीएस ने वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में बिक्री और एबिटा के मोर्चे पर अनुमान से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया है। ब्रोकिंग फर्म के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान डिलिजेंटा और ब्रेक्सिट ने कंपनी का प्रदर्शन प्रभावित किया है हालाँकि वित्त वर्ष 2017-18 के लिए विकास परिदृश्य काफी बेहतर रहेगा। संकीर्ण अनुमानों के आधार पर ब्रोकिंग फर्म को वित्त वर्ष 2015-16 से 2017-18 के पीई अनुमानों पर टीसीएस का बिक्री सीएजीआर डॉलर और साथ ही साथ रुपये में 10.5% रहने की उम्मीद है।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज : बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज के लिए 950 रुपये के लक्ष्य भाव पर खरीद की सलाह दी है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में बहुत मजबूत नतीजे पेश किये हैं। कंपनी ने डॉलर आय, रुपया आय, एबिट मार्जिन और कर बाद लाभ के मोर्चे पर ब्रोकिंग फर्म के अनुमानों को पछाडऩे के साथ ही 6 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश भी घोषित किया है। कंपनी ने आईबीएम के साथ अपनी आईपी भागीदारी अप्लीकेशन सुरक्षा, बी2बी डेटा ट्रांसफॉर्मेशन, टेस्टिंग ऑटोमेशन और मेनफ्रेम मैनेजमेंट टूल्स के क्षेत्र में कर ली है। ब्रोकिंग फर्म को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2017-18 में भी अपनी चाल कायम रखेगी।
जी एंटरटेनमेंट : कड़े लागत नियंत्रण से बढ़ेगा मार्जिन
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार 2016-17 की तीसरी तिमाही में जी एंटरटेनमेंट की आय, सब्सक्रिप्शन आय, एबिटा, एबिटा मार्जिन अनुमान से बहुत बेहतर रही है। इस तिमाही में फिल्म निर्माण न होने और कम खेल घाटे के कारण कंपनी की लागत कम रही। कुछ कार्यक्रमों के स्थगित हो जाने से विज्ञापन और प्रचार लागत भी कम रही। नियुक्ति लागत में गिरावट जारी रही। जी ने रिलायंस ब्रॉडकास्ट का टीवी व्यवसाय खरीदा है, जिससे जी को हास्य कार्यक्रम और भोजपुरी के क्षेत्र में मजबूती मिलेगी। खेल व्यवसाय से निकलने और कड़े लागत नियंत्रण से कंपनी की मार्जिन बढ़ेगी।
हैवेल्स इंडिया : आगे हैं अच्छे दिन
जियोजित बीएनपी पारिबा के मुताबिक विमुद्रीकरण के झटके के बावजूद कंपनी की आय और कर बाद लाभ में सालाना आधार पर क्रमश: 13% और 11% की वृद्धि हुई है। लेकिन डीलरों को ऊँची छूट के कारण एबिटा मार्जिन 110 आधार अंक घट कर 12.8% हो गया है। जीएसटी से हैवेल्स इंडिया जैसे संगठित क्षेत्र की कंपनियों को लाभ होगा। प्रतिकूल स्थितियों में मजबूत प्रदर्शन और आय परिदृश्य में सुधार के बल पर हैवेल्स इंडिया के प्रीमियम मूल्यांकन पर पकड़ बनाने की उम्मीद है। हैवेल्स इंडिया फिलहाल दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में अपने विस्तार पर ध्यानदे रही है।
एशियन पेंट्स : बढ़ती लागत से जोखिम
रेलिगेयर ने एशियन पेंट्स के शेयर के लिए 850 रुपये के लक्ष्य भाव के साथ इसे बेचने की सलाह दी है। 2016-17 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने बिक्री और एबिटा के मामले में अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन विमुद्रीकरण के कारण माँग परिदृश्य अनिश्चित बना हुआ है। सकल मार्जिन सालाना आधार पर 60 अंक बढ़ कर 49.4% हो गयी है लेकिन प्रबंधन को चौथी तिमाही में निवेश लागत के उच्च स्तर पर रहने की उम्मीद है। ब्रोकिंग फर्म एशियन पेंट्स के बारे में अपने अनुमानों को आम तौर पर बरकरार रखे है, लेकिन बढ़ती लागत कीमत के कारण गिरावट का जोखिम दिख रहा है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर : प्रतिकूल स्थिति में अनुमान से आगे
आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज ने कहा है कि हिंदुस्तान यूनिलीवर ने प्रतिकूल माहौल के बावजूद इस तिमाही में अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है। कंपनी ने लागत में वृद्धि के असर को आगे बढ़ाने के लिए मुख्य रूप से पर्सनल केयर श्रेणी में कीमत वृद्धि की। ब्रोकिंग फर्म को उम्मीद है कि विवेकाधीन माँग में सुधार से इस श्रेणी में फायदा होगा। वहीं होम केयर श्रेणी की आय 2016-17 से 2018-19 के दौरान 6% की सीएजीआर दर से बढ़ेगी। मजबूत ब्रांडों, प्रीमियम उत्पाद, नवोन्मेषी पेशकश, ब्रांडों में निवेश और मजबूत वितरण नेटवर्क के आधार पर हिंद यूनिलीवर को लेकर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की सकारात्मक राय बनी हुई है।
भारती इन्फ्राटेल : टिकाऊ पट्टों से बढ़ेगी लाभप्रदता
मोतीलाल ओसवाल ने भारती इन्फ्राटेल के शेयर के लिए 435 रुपये के लक्ष्य भाव पर खरीद की सलाह दी है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में बढिय़ा प्रदर्शन किया है। पट्टों (टेनेंसी) में वृद्धि के मोर्चे पर सुधरती आशाओं और नवीकरण चक्र के पूरे होने से आय वृद्धि को समर्थन मिलना चाहिए। वित्त वर्ष 2016-17 की दूसरी तिमाही में स्पेक्ट्रम नीलामी के पूरे होने और 4जी की अगुवाई में निरंतर डेटा विस्तार के फलस्वरूप सह-स्थलों में मजबूत वृद्धि हुई है। सह-स्थलों में 7% वृद्धि के कारण 2015-16 से 2018-19 के दौरान 10% एबिटा सीएजीआर की उम्मीद करते हुए ब्रोकिंग फर्म ने अनुमानों में थोड़ा सुधार किया है।
भारती एयरटेल : विमुद्रीकरण और जियो की मार
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने भारती एयरटेल के लिए 315 रुपये के लक्ष्य के साथ इसे रखने की सलाह दी है। कंपनी की आय, प्रति मिनट औसत आय, एबिटा और कर बाद लाभ के आँकड़े अनुमान से नीचे हैं। कंपनी के डेटा ग्राहक आधार में भी गिरावट आयी है। विमुद्रीकरण ने तीसरी तिमाही में प्रतिस्पर्धी दबाव का बोझ जोड़ा, वहीं जियो द्वारा मुफ्त अवधि मार्च तक और संभवत: उसके भी आगे बढ़ाये जाने से दूरसंचार क्षेत्र का अपने ग्राहक आधार को सुरक्षित रखने के लिए कीमत युद्ध से रूबरू होना जारी है। इस प्रतिस्पर्धी दौर में भारती एयरटेल अपनी अपेक्षाकृत मजबूती के कारण बेहतर स्थिति में है।
अल्ट्राटेक सीमेंट : परिचालन लाभ पर दबाव
आईडीबीआई कैपिटल का कहना है कि अल्ट्राटेक सीमेंट ने विमुद्रीकरण के झटके के बावजूद 2016-17 की तीसरी तिमाही सकारात्मक धारणा के साथ खत्म की है। लागत की बढ़ती प्रवृत्ति और मंद क्षमता उपयोग के चलते परिचालन लाभ पर दबाव रहेगा। आवासीय बुनियादी ढाँचे पर सरकारी खर्च, अच्छे मानसून से ग्रामीण माँग में बढ़त, सातवें वेतन आयोग, स्मार्ट सिटी के लिए आवासीय माँग, सीमेंट की स्थिर कीमतें और उद्योग के क्षमता विस्तार की धीमी दर लक्ष्य भाव में मददगार हैं। क्रियान्वयन में विलंब और शहरी रियल एस्टेट में उच्च मूल्यांकन चिंता के विषय हैं।
टीवीएस मोटर : मजबूत प्रदर्शन, निर्यात में तेजी
कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग ने टीवीएस मोटर के लिए 460 रुपये के लक्ष्य भाव पर खरीद की सलाह दी है। 2016-17 की तीसरी तिमाही में प्रतिकूल बाजार स्थितियों के बावजूद उत्पाद मिश्रण के कारण सालाना आधार पर औसत आय में सुधार से टीवीएस मोटर का प्रदर्शन अत्यंत मजबूत रहा। कंपनी ने तीसरी तिमाही में घरेलू और निर्यात बाजारों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ायी है। कंपनी के नये मोपेड ज्यूपिटर और अपाचे आरटीआर कंपनी के मजबूत ब्रांड के रूप में उभरे हैं। नये उत्पादों की सफलता के मद्देनजर प्रबंधन ने बिक्री मात्रा में वृद्धि और मार्जिन को मौजूदा स्तर से बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
एलआईसी हाउसिंग : आवासीय तेजी से लाभ की आशा
एंजेल ब्रोकिंग ने कहा है कि 2016-17 की तीसरी तिमाही में एलआईसी हाउसिंग के नतीजे सकारात्मक रहे हैं और कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 19.2% बढ़ा है। एलएपी और डेवलपर ऋण जैसे अन्य सेगमेंट कंपनी की वृद्धि के अगुवा बने हैं। निम्न ब्याज दरों और सरकार की ब्याज अनुदान योजनाओं के कारण ब्रोकिंग फर्म को आवासीय क्षेत्र के विकास में तेजी की उम्मीद है जिससे कंपनी द्वारा 2015-16 से 2017-18 के दौरान लोन बुक में १९% सालाना वृद्धि की उम्मीद है, जिससे इस अवधि में कंपनी की आय में 18% सालाना औसत वृद्धि होगी।
(निवेश मंथन, फरवरी 2017)