राजीव रंजन झा :
पिछले अंक में शेयर बाजार के व्यापक सर्वेक्षण के चलते ‘राग बाजारी’ से अनुपस्थित रहना पड़ा, जिसके लिए क्षमा करें।
इससे पहले दिसंबर 2016 का राग बाजारी लिखे जाने के समय बाजार नोटबंदी की प्रक्रिया से गुजर रहा था। तब मैंने जिक्र किया था कि सेंसेक्स किस तरह लगभग महीने भर में 1,200 अंक से ज्यादा या 4.5% नीचे आ गया था। एक बड़ी अनिश्चितता की स्थिति थी, जिसमें यह असमंजस था कि बाजार कहाँ अपनी नयी तलहटी बनाता है।
मैंने तब जिक्र किया था कि निफ्टी की 24 जून 2016 की तलहटी 7,927 एक महत्वपूर्ण सहारे के रूप में सामने है। उसके पास ही तब 21 नवंबर को 7,916 पर एक ताजा तलहटी बनी थी। यह सवाल बना हुआ था कि लगभग 7,900 के पास की इन दो तलहटियों को निफ्टी आगे कितना सम्मान देता है। मेरा अंदेशा था कि मध्यम अवधि के लिए तो भारतीय बाजार की चाल कमजोर हो चुकी है। लेकिन इस अंदेशे के विपरीत निफ्टी ने 7,900 के पास अच्छा सहारा लिया है और बाजार की चाल फिर से बदली हुई दिख रही है।
बाजार की चाल सितंबर 2016 से ही कमजोर हो गयी थी, मगर नवंबर 2016 में इसे फिर से तीखा झटका लगा था। ऊपर चार्ट में आप देख सकते हैं कि नवंबर में जिस बिंदु से सेंसेक्स और निफ्टी तेजी से फिसले थे, अब ये वापस उन स्तरों के ऊपर निकल गये हैं। सेंसेक्स और निफ्टी सितंबर 2016 से लगातार निचले शिखर और निचली तलहटियाँ बना रहे थे। मगर जनवरी 2017 से यह सिलसिला पलट गया है और अब इन्होंने ऊपरी शिखर और ऊपरी तलहटियाँ बनाने का नया सिलसिला शुरू कर दिया है।
दिसंबर 2016 के अंक में मैंने लिखा था कि ‘छोटी अवधि में इसकी दिशा बदलने का संकेत तब मिलेगा, जब यह 20 एसएमए के ऊपर निकल सके, जो अभी 26,500 के पास है। वहीं 27,500 के ऊपर लौटने पर मध्यम अवधि में इसकी चाल तेज होने की उम्मीद की जा सकेगी।'
जनवरी 2017 में सेंसेक्स और निफ्टी अपने 200, 100, 50 और 20 इन सभी सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) स्तरों के ऊपर निकल चुके हैं। यानी न केवल छोटी अवधि, बल्कि मध्यम अवधि के लिहाज से भी बाजार कमजोरी के दौर से उबर चुका है।
अभी सेंसेक्स का 20 एसएमए 27,417 पर और निफ्टी का 20 एसएमए 8,473 पर है। ये स्तर छोटी अवधि के लिए बाजार को सहारा देंगे। वहीं मध्यम अवधि के लिए 50 एसएमए मुख्य सहारा है। अभी 200 एसएमए और 50 एसएमए जिस तरह से आगे बढ़ रहे हैं, उससे यह संभावना दिखती है कि जल्दी 50 एसएमए 200 एसएमए को काट कर इसके ऊपर आ जाये। तकनीकी भाषा में इसे गोल्डेन क्रॉस कहते हैं, जो बाजार में अच्छी मजबूती आने का संकेत होता है। अगर यह गोल्डेन क्रॉस बना तो सेंसेक्स और निफ्टी जल्दी ही सितंबर 2016 के शिखर को चुनौती दे सकते हैं।
सेंसेक्स की फरवरी 2016 की तलहटी से सितंबर 2016 में बने 29,077 के शिखर तक की उछाल की 23.6% वापसी 27,500 के पास बनती है। सेंसेक्स निचले स्तरों से सहारा लेने के बाद अब 27,500 के काफी ऊपर आ चुका है, यानी 29,077 को फिर से छूने की अच्छी संभावना बन गयी है।
बाजार ने देख लिया है कि नोटबंदी के चलते अर्थव्यवस्था को लगने वाला झटका सीमित ही है और आगे इसका असर बहुत लंबा नहीं खिंचेगा। साथ ही एक फरवरी को पेश बजट ने भी बाजार के आत्मविश्वास को बढ़ा दिया है।
(निवेश मंथन, फरवरी 2017)