धीमी पड़ी, पर बुरी नहीं यह विकास दर
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- Category: अगस्त 2011
धर्मकीर्ति जोशी, निदेशक और मुख्य अर्थशास्त्री, क्रिसिल
भारतीय अर्थव्यवस्था धीमी पड़ रही है, इस बात में कोई दो राय नहीं है। हमारा मानना है कि 2011-12 में भारतीय अर्थव्यवस्था के बढऩे की रफ्तार कुछ और कम हो जायेगी। क्रिसिल ने साल 2011-12 में 7.7%-8% विकास दर (जीडीपी वृद्धि) का अनुमान लगाया है।
बस दाम बढ़ा देने से नहीं बनेगी बात
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- Category: अगस्त 2011
नरेंद्र तनेजा, ऊर्जा विशेषज्ञ
डीजल की कीमत बढ़ाने के बारे में फैसला करने में सरकार को थोड़ा समय लगने का कारण यही है कि डीजल राजनीतिक रूप से ज्यादा संवेदनशील है। लेकिन मुझे लगता है कि सरकार बस थोड़ा समय ले रही है और डीजल के दाम बढ़ाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। सरकार किसी भी समय ज्यादा तो नहीं, लेकिन 2.50 रुपये प्रति लीटर के करीब बढ़ा सकती है।
चढ़ रही हैं कीमतें
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- Category: अगस्त 2011
जमीन-जायदाद
जमीन-जायदाद की कीमतों में नरमी की उम्मीदों के बावजूद ताजा आँकड़े बता रहे हैं कि कीमतों में बढ़ोतरी रुकी नहीं है। कम-से-कम इस साल की पहली तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2011 के दौरान तो यही रुख दिखा है। इस क्षेत्र के लिए सलाहकार सेवाएँ देने वाली कंपनी जेएलएल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2009 की दूसरी छमाही से ही भारत के आवासीय क्षेत्र में कीमतें बढऩे का सिलसिला दिख रहा है और 2011 की पहली तिमाही में भी यही रुझान जारी रहा।
बैंक और टेलीकॉम में मिल रही हैं ज्यादा नौकरियाँ
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- Category: अगस्त 2011
रोजगार
अगर आप इस समय नयी नौकरी की तलाश में हैं तो यह आपके लिए अच्छा समय है। मई 2010 की तुलना में मई 2011 के दौरान कंपनियों ने काफी ज्यादा नौकरियाँ दी हैं। नौकरी डॉट कॉम ने नौकरियों का घटना-बढऩा मापने के लिए एक जॉब स्पीक सूचकांक बना रखा है, जो इस दौरान 19% ऊपर आ गया है।
हमने यह बीड़ा उठाया है
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- Category: जुलाई 2011
राजेश रपरिया
लालच एक ऐसी बला है जो व्यक्ति का विवेक देखते-देखते ही हर लेती है। लालच के दुष्परिणामों को लेकर अनेक कथाएँ हैं, जो हमने बचपन से सुनी हैं। अज्ञानियों की बातें छोड़ें, बड़े-बड़े अनुभवी जानकार और विशेषज्ञ माने जाने वाले शख्स भी आये दिन लालच के चंगुल में फंस जाते हैं।
धीमी हो गयी विकास की गाड़ी
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- Category: जुलाई 2011
कारोबारी साल 2010-11 की चौथी तिमाही में विकास दर अनुमान से काफी नीचे रह गयी। बाजार में चौथी तिमाही की विकास दर औसतन 8.2' रहने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन यह केवल 7.8' रही।
पर हम होंगे तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था
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- Category: जुलाई 2011
आज भले ही अर्थव्यवस्था की धीमी पड़ती रफ्तार को लेकर चिंता हो रही हो, लेकिन भविष्य अब भी सुनहरा ही दिख रहा है। भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, यह भविष्यवाणी करने वालों में अब स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक भी शामिल हो गया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज : गैस उत्पादन की चिंता सबसे भारी
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- Category: जुलाई 2011
भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जनवरी-मार्च 2011 की तिमाही के दौरान 5376 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया। यह पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही के 4710 करोड़ रुपये से 14' ज्यादा रहा।
निवेशक शिक्षा पर जुबानी जमाखर्च
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- Category: जुलाई 2011
आखिर निवेशकों के हितों की हमेशा दुहाई देने वाले भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) का अपना खर्च निवेशकों की शिक्षा पर कितना होता है?
कोल इंडिया : काले हीरे की चमक
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- Category: जुलाई 2011
यह भारत नहीं, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है और इसके तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों से काफी आगे रहे।
दबंग एनएसई की सीसीआई से जंग
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- Category: जुलाई 2011
करेंसी डेरिवेटिव कारोबार के मामले में केंद्रीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की कानूनी दांवपेंच जारी है।
अभी आकर्षक है भारतीय बाजार
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- Category: जुलाई 2011
पी एन विजय
अभी और गिरने का बुनियादी कारण नहीं
पी एन विजय मानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था को कई नकारात्मक बातें चोट पहुँचा रही हैं। लेकिन उनके मुताबिक इन नकारात्मक बातों से बाजार को पहले ही चोट लग चुकी है। बाजार के प्रमुख सूचकांक निफ्टी के बारे में उन्हें भरोसा है कि यह 5200 के नीचे नहीं जायेगा। और हाँ, उन्होंने बनाया है आपके लिए भी एक पोर्टफोलिओ। एक खास बातचीत...
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